Monday, 25 May 2020

फोन किया तो सलमा


फोन किया तो सलमा (काल्पनिक नाम) ने फोन उठाया। कॉल इसलिए करना पड़ा क्योंकि उसने कहा था कि आप हर किसी की सहायता करते हैं मेरी भी कीजिये। नंबर उसने मैसेज में छोड़ रखा था।
मैंने पूछा मामला क्या है
उसने कहा सुनिये
मेरे पति के बच्चे नहीं थे, दूसरी शादी करना चाहते थे। हैं नेता और काफी दौलत वाले। मैंने कोर्ट मैरिज कर ली। बच्चे हुए और फिर उन्होंने घर ले जाने और किसी तरह की खुलकर सामने आने से मना कर दिया। वो मुझे कभी नहीं चाहते थे कि मैं बच्चे होने तक उनके घर पर रहूं। किराये के घर मे मुझे छोड़ दिये रहने को। जब मैंने बच्चे होने के बार घर पर ले जाने की बात की तो वे अपने घर वालों के सामने किसी भी मैरिज से इनकार किया और बीवी भी नहीं माना। मैंने बहुत कोशिश की कि वे मुझे अपने साथ रखें मगर उन्होंने रखने की बजाय मुझे बीवी होने के दावे को भी खोलकर सामने लाने पर धमकी देने लगे। मैंने महिला थाने में शिकायत दर्ज कराने की कोशिश की मगर थाने पर पैसे ने मुझे ही उल्टा किसी प्रकार की शिकायत कराने पर मारने और बंद करने की बात कही। एसपी साहब से मिलने के बाद आस बंधी और मामला किसी तरह दर्ज हुआ। लेकिन 6 माह हो गए अभी तक कुछ नहीं हुआ उल्टा मुझे पुलिस की ओर से बंद करने की और पति की ओर से लगातार जान से मारने और शिकायत वापिस लेने की धमकियां मिल रही हैं। मेरे अब्बा और अम्मी नहीं हैं वे हमें छोड़कर कब का चले गए। बस छोटा भाई है। पहले नर्स थी लेकिन इस शादी के बाद वह नौकरी छोड़ दी। अभी पति ने आकर गाली गलौज किया और शिकायत न वापिस लेने पर बच्चे और मुझे जान से मारने की धमकी दी। पुलिस मुझे डरा रही है। कुछ भी बता नहीं रही क्या हुआ है मेरे केस में।
साथ ही मेरा पति 2-3 लोगों को कई बार लेकर आया मेरे पास कई बार कहा कि ऐसे कर लो और इसी से पैसा कमाओ। लेकिन मैंने गलत कुछ भी अपने साथ नहीं होने दिया। उसने कहा कि तुम्हें मैंने यूज करने के लिए ही तो ये किया था। तुम सामान की तरह हो...
मैंने कहा -सूचना अधिकार में मांग लीजिये क्या हुआ है अब तक फिर बताईये।
इतने में बच्चे की रोने की आवाज सुनाई दी कॉल पर। और मम्मी रुआँसा होकर कहती है पुलिस वाले कुछ नहीं देंगे जवाब । मुझे बार बार गालियां देते हैं बस। आप नहीं जानते...और मैंने
उसे सूचना अधिकार की चिट्ठी डाक से भेजने को कहा, साथ ये भी पूछा आप उनके साथ रहना चाहती हैं?

उसने कहा हां,
मैं अवाक रह गया
क्या इतना सब कुछ होने के बाद भी एक औरत रहना पसंद करेगी जिसने मारने की धमकी दी हो। मैंने ये बात पूछा तो उसने केस लड़ने की बात कही...

खैर इसमें जो सवाल हैं वो मुझे कुरेदते हैं-

पहली बात कि महिला क्या वास्तव में रहना पसंद करेगी उसके साथ जो उसे जान से मारने की धमकी दे?

ऐसी महिला क्या अपनी आजीविका के लिए लड़ रही है?

दूसरी शादी जिन स्थितियों में उसने किया क्या वो सही था?

पुलिस का और पति का रवैया बेहद गलत रहा क्या ऐसे लोगों के लिए किसी प्रकार की सजा होती है?

अब क्या इस स्थिति में वह सुकून की जिंदगी जी सकती है?

पत्नी को सामान और सेक्स का साधन समझने वाला और उससे पैसे दिलवाने वाला क्या पति कहलाने का अधिकारी होता है?

तमाम सवाल हैं जेहन में, लेकिन उत्तर हैं भी तो मैं क्या कर सकता हूँ...एक सवाल बनकर मुझे दिन रात डस लेता है। क्योंकि ये कोई पहली कहानी नहीं हैं समाज की। हर दिन मेरे सामने एक कहानी है। मैंने कई कहानियां सामने रखी और आगे भी रखूंगा।

#प्रभात

Prabhat

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