कर लो सारी संपत्ति सीज महामहिम
मैं तो चिल्लाऊंगा सिस्टम कोलैप्स हो गया
मेरी गुड़िया नहीं रही, मेरी पत्नी नहीं रही
मैं तो भड़काउंगा सब बिना इलाज हो गया
सुबह ही डॉक्टर ने माना कोविड नहीं
फिर नो मोर का सिग्नल देने आ गए
सुबह ही कार से आये थे छोड़ने
और अब अर्थी उठी है
सुबह ही सुबह ही सुबह ही सब गजब हो गया
घर में कोई नहीं बचा, सब अनाथ हो गया
माता जी तो मुंह से फूंक भरती रही हैं साँसों के
लिए
आज वो बाप भी बहुत दूर निकल गया
कोई सिलेंडर लाते लाते निकल गया,
कोई कांधे में लादे लादे निकल गया
हैरत में हूँ कि कुर्की जब्ती में लाशों का कोई
मोल नहीं सरकार!
क्या कुछ बचा है वही लूट लो अबकी बार
अच्छा बैठे हो गद्दी पर जब तक बैठे रहो
तुम्हारी दुकान तक कोई तो आएगा ही सही!
तुमको लाशों से सजाने कोई आएगा ही सही!
......
25-04-21
आपकी लिखी रचना ब्लॉग "पांच लिंकों का आनन्द" बुधवार 02 जून 2021 को साझा की गयी है.............. पाँच लिंकों का आनन्द पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!
ReplyDelete