इतने असहज मत हो मेरे दोस्त। आत्महत्या का विकल्प कभी मत चुनना ।
चाहे तुम्हें कोई त्रस्त कर दें या तुम खुद से त्रस्त जाओ। चाहे खुद से टूट जाओ या
तुम्हें कोई तोड़ दे। जिंदगी किसी की वजह से नही बनी न ही किसी की वजह से जीना
चाहिए।
क्या आप किसी की वजह से अपनी जिंदगी खोना चाह रहे हैं जो इसकी वजह
मात्र कुछ सालों में बना है?
यार बनते रहते है लोग जुड़ते रहते है, फैसले
होते रहते है, कभी कोई अपना होता है तो कुछ दिनों बाद वही
पराया, फिर कुछ दिनों बाद वही अपना भी हो सकता है। जिंदगी के
इस सफर में अच्छे लोग कम ही होते है जो आपके हर दुख में सहयोग कर सकते हैं।
आप इतने कमजोर मत बनिये। आप अपनी जिंदगी को बर्बाद कर दूसरों को सोंचने का मौका क्यों देना चाहते है?
आप इतने कमजोर मत बनिये। आप अपनी जिंदगी को बर्बाद कर दूसरों को सोंचने का मौका क्यों देना चाहते है?
आप तनाव की स्थिति में एक ऐसा विकल्प चुनते है जो आपको जिंदगी भर
तनाव में डाल देता है ऐसा क्यों?
आप ज्यादेतर समय ऐसी तनाव की स्थिति में ईयरफोन लगाकर सिनेमा देखने
का विकल्प भी चुनते हैं लेकिन इससे आप अपने कान और आंख को बंद कर अपनी दूर दृष्टि
को प्रभावित कर रहे हैं।
आप तनाव की स्थिति में जहर और मौत के करीब जाने के लिए मदिरा और
ड्रग्स का सेवन करते है। इसका मतलब आप जिंदगी की इस तनाव की हालात में लड़ने के लिए
सक्षम नही हैं । आप सचमुच डरपोक और कायर हैं जो अपनी आंखों को उस समय बंद रखना
चाहते हैं जब आपको जिंदगी जीने के लिए कुछ सीख मिल सकता हो।
तो आप ही बताइये क्या आप कोई और बेहतर विकल्प की तलाश नही कर सकते जो आपको इन सबसे और अच्छा रास्ता दिखा सके?
तो आप ही बताइये क्या आप कोई और बेहतर विकल्प की तलाश नही कर सकते जो आपको इन सबसे और अच्छा रास्ता दिखा सके?
आपको पता है अगर आप आजमा के देखिए सबसे सही विकल्प जो मैं बता रहा
हूँ और बहुत से लोगों ने बताया भी है:
आप तनाव की स्थिति में किसी अच्छे दोस्त के पास जाएं जो आपको ड्रग्स और मदिरा के सेवन से बचायें जो आपकी देखभाल कर सके और आपको अच्छा रास्ता बता सके।
आप तनाव की स्थिति में किसी अच्छे दोस्त के पास जाएं जो आपको ड्रग्स और मदिरा के सेवन से बचायें जो आपकी देखभाल कर सके और आपको अच्छा रास्ता बता सके।
आप अकेले ही किसी यात्रा पर निकल जाएं ।
आप देखेंगे यात्रा के बीच में ऐसे ऐसे लोग मिलेंगे जिनकी जिंदगी
आपसे भी खराब स्थिति में है। वे न तो जी सकते हैं ना ही मर सकते है। आप किसी को
रोता हुआ देख अपने दुख को भूल जाएंगे। आप किसी को मरा हुआ देख अपने जीवन के बारे
में सोंचने लगेंगे।
आप किसी नदी के किनारे/ प्राकृतिक स्थानों के साथ खुद को अकेले में
या किसी बेहतर अच्छे साथी के साथ थोड़ी देर बिता कर देखे। उससे बात करके या खुद से
बात करके आपको अच्छा लगेगा।
एक दिन आत्महत्या न करने का सीख देते आप भी नजर आएंगे।
-प्रभात
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