क्योंकि कहानी लिख दूंगा
क्योंकि नया ज्ञान दे सकूँगा
कहीं रहस्य ही सुलझा दूंगा
अकेला ही सब कर लूँगा
इसलिए ही छीन लिया मेरा भाग्य
और फिर मेरा ज्ञान, मेरा अहंकार
मेरी शक्तियां, मेरे हौंसलों का तार
क्यों संसार में मुझे आना था
पाने के सिवाय लुटवाना था
जिन्दगी भीष्म सा होना था
खबर बिजली का तार था
मकसद मेरा कामयाब होना नही
मेरी जरूरतों की प्राप्ति होना नही
इतिहास के पन्नों में सिमटना नही
मजबूरियों का इलाज़ होना नहीं
बस उम्मीद और बहुत इंतज़ार पर टिकना है
हकीकत को छिपाना नहीं उनसे निकलना है
मेरे ज्ञान का कोई तो ठिकाना होगा
हौंसले बढाने का कोई बहाना होगा
मिलकर नही पर अकेले जाना होगा
भागदौड़ में ही हिम्मत जुटाना होगा
और फिर किस्मत आजमाना होगा
जो होना है सही गलत कुछ तो होगा
अंत में चलना है तो चलना ही होगा
देखना..बुरे वक्त के भी अपने पैमाने है
अच्छे वक्त को कभी लौटना भी होगा
-प्रभात
बहुत सुंदर .
ReplyDeleteनई पोस्ट :
लेखक से बड़ा होता किरदार
धन्यवाद
Deleteजो होना है सही गलत कुछ तो होगा
ReplyDeleteअंत में चलना है तो चलना ही होगा
देखना..बुरे वक्त के भी अपने पैमाने है
अच्छे वक्त को कभी लौटना भी होगा
... बहुत सुन्दर ....
धन्यवाद
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