खिल रही कलियाँ यहाँ, प्रकाश जो आया है ।
क्रिसमस आया है शिमला की यादों के साथ
दिसम्बर बीत जाने का संदेश, जन्मदिन लाया है ।
महीना पौष का था कभी जन्मदिन के साथ
आज फिर से वही जनवरी, आने को आया है ।
बारह महीनों के कुछ दिन थे बुरे, या रहे अच्छे
सारे महीनों को प्रभात, यादों में समेटने आया
है ।
जम्मू तक चले गए थे कभी घर की चहारदिवारी से
साथ गुजारने वालों का, शुक्रिया अदा करने आया
है ।
मंजिल न पाने की हसरत(खेद) में कई दिन गुजार
दिए
मगर फिर से वही पाने का हौसला, नव वर्ष लाया है ।
मगरूर भी हुआ था पर सही रास्ते पर चलने के
वास्ते
भटक कर राह पर आने की खुशिया ले आया है ।
कुछ अच्छी शुरुआत होगी हमारे जीवन की
यही माकूलियत का भाव लेकर, प्रभात आया है ।
हर बार बातों को यादों में या यादों को बातों
में गूथा
नव वर्ष अब उन्हें संजोने का रास्ता ढूंढ लाया
है ।
आप भी खुश रहे और बहुत कुछ अच्छा करे
नव वर्ष की शुभकामनाएं देने, प्रभात अब आया है ।
-प्रभात
बहुत बहुत आभार ...........तहे दिल से शुक्रिया!
ReplyDeleteआप भी खुश रहे और बहुत कुछ अच्छा करे
ReplyDeleteनव वर्ष की शुभकामनाएं देने, प्रभात अब आया है ।
सुंदर प्रस्तुति...
शुक्रिया!
Deleteबहुत सुन्दर. शुभकामनाएं !
ReplyDeleteनई पोस्ट : पीता हूं धो के खुसरबे – शीरीं सखुन के पांव
शुक्रिया!
Deleteआप भी खुश रहे और बहुत कुछ अच्छा करे
ReplyDeleteनव वर्ष की शुभकामनाएं देने, प्रभात अब आया है ।
..सुन्दर नववर्ष रचना ..
आपको भी नए साल की हार्दिक मंगलकामनाएं!
धन्यवाद आपको ...........
Deleteनव वर्ष की शुभकामनाएं देने, प्रभात अब आया है ।
ReplyDelete..सुन्दर नववर्ष रचना ..
मैं भगवान से प्रार्थना करता हूँ आपका आने वाला और अगले हर वर्ष खुशियाँ और सुख - आनंद से परिपूर्ण हो , सपरिवार सुखी - संपन्न रहें !
बहुत-बहुत शुक्रिया आपको .........आपको और आपके परिवार को नव वर्ष की असीम शुभकामनाएं!
Deleteनव वर्ष की शुभकामनाएं!
ReplyDeleteशुक्रिया!
DeleteBAHUT SUNDAR NAVVARSH KI HARDIK SHUBHKAMNAYEN
ReplyDeleteबहुत-बहुत धन्यवाद ............आपको भी!!
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