Friday, 19 February 2016

भीड़ बुलाकर जलियावाला बाग़ बनाते भी देखेंगे

अपने देश को हम झुकते नहीं देखेंगे
कुर्बानी शहीदों की हम खोते नहीं देखेंगे
जिसने कहा है हमें देशद्रोही
उसे देशवासी नहीं उसे राजनेता ही समझेंगे
इनको कहाँ आता है राष्ट्रवाद की परिभाषा
इन्हें है अपना राज पाने को लेकर आशा
जहाँ देखेंगे वहां भारत-पाक बनाते देखेंगे
इस भीड़ में सांडर्स की पहचान भी नहीं होगी
किसी अधिकारी की अपनी जुबान भी नहीं होगी
मोहल्ले में एक दिन तिरंगा लगाते हुए भी देखेंगे  
भीड़ बुलाकर जलियावाला बाग़ बनाते भी देखेंगे
कौन सा तूफ़ान किसी निर्धन को मौत नहीं देता
आसुंओं को गरीब नेता सूखने क्यों नहीं देता
खरीदनें और बांटने में हम पर ही सब्सिडी दिखायेंगे
इंसान को इंसानियत से मानव बम बनाते देखेंगे
मौत के रहस्य को मौत से सुलझाते देखेंगे   
देश को सुधारने की आवाज उठाने वालों से पूछो
सीमा पर डटे मौत के पास जाने वालों से पूछो
तिरंगा ही उठकर जब शव के पास आता है
उसे प्यार देने वाली गुजरती हवा से पूछो
देश को भी उसके सामने झुकते देखेंगे
हर माँ की आँखों के आसूं उस संतान के लिए होंगे
-प्रभात  

14 comments:

  1. आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल रविवार (21-02-2016) को "किन लोगों पर भरोसा करें" (चर्चा अंक-2259) पर भी होगी।
    --
    सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
    --
    हार्दिक शुभकामनाओं के साथ
    सादर...!
    डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'

    ReplyDelete
    Replies
    1. आपका बहुत-बहुत आभारी हूँ!

      Delete
  2. अति उत्तम भावाभिव्यक्ति ।

    ReplyDelete
    Replies
    1. शुक्रिया पधारने के लिए!

      Delete
  3. सुन्दर रचना

    ReplyDelete
    Replies
    1. बहुत बहुत धन्यवाद !

      Delete
  4. सार्थक व प्रशंसनीय रचना...
    मेरे ब्लॉग की नई पोस्ट पर आपका स्वागत है।

    ReplyDelete
    Replies
    1. तहे दिल से धन्यवाद!

      Delete
  5. बहुत बेहतरीन रचना. मेरी ब्लाग पर आपका स्वागत है.

    ReplyDelete
    Replies
    1. तहे दिल से धन्यवाद!

      Delete
  6. गहरी और आपकी शैली के अनुरूप ... जबरदस्त कटाक्ष है तथाकथित नेताओं पे तो देश प्रेम के अर्थ का ही अनर्थ करते पे तुले हैं ...

    ReplyDelete
    Replies
    1. बहुत बहुत शुक्रिया ..

      Delete

अगर आपको मेरा यह लेख/रचना पसंद आया हो तो कृपया आप यहाँ टिप्पणी स्वरुप अपनी बात हम तक जरुर पहुंचाए. आपके पास कोई सुझाव हो तो उसका भी स्वागत है. आपका सदा आभारी रहूँगा!