Tuesday 3 April 2018

नेताजी क्या कहते हैं


*क्या कहते हैं नेताजी***
एक दंगा हो तो बात बने
कोई नंगा हो तो बात बने
कागज कलम लेकर पढ़ाना है क्या?
कोई अनपढ़ हो तो बात बने
हिन्दू मुस्लिम तो बहुत हैं
कोई कट्टर हो तो बात बने
गरीब बनाकर रखो, दुआएं देगा
बुलडोजर चला के रखो, प्रशासन है भाई?
हां महंगाई नहीं तो मॉल कैसे
दलित पिछड़े नहीं तो इस्तेमाल कैसे
कोई न हो गुलाम तो बेमिसाल कैसे
घर-घर आग लगे तो बात बने
मौतों को छोड़ो वोटों की राह बने
एक दंगा हो तो बात बने
क्या कहते हो नेताजी
आईये चाय फाय दारू विस्की लेते हैं
सियासत में नफरत का हिसाब करते हैं
खाली घोटाला से काम थोड़ी न बनना
थोड़ा जहर हवा में घोलो तो बात बने
नहीं मीडिया मंडी है कौन कहता है
हम आप क्या कम है, सच क्या कहता है?
कोई आप हो या बाप, कोई बोलेगा नहीं
राम राज्य के बाद मंदिर बने तो बात बने
गाय भैंस मरें तो बात बने
गोलियां चलें किसी बाग में ही तो बात बने
कोई सांडर्स हो तो बात बने
अच्छा सुनो धर्म देखकर लड़की ले आना
लव जिहाद न,; ये तो धर्मान्तरण की जननी है
क्या कहते हो भईया लाठी लेकर चलो न
भड़काओं भाले से तो बात बने
एक दंगा हो तो बात बने
-प्रभात
तस्वीर: गूगल साभार

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