Tuesday, 3 April 2018

आभासी दुनिया

सुनो, तैयार रहना जोखिमों को ढोने के लिए
भागने वाले तो इतिहास में भी कलंकित होते हैं।


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हाँ उनके नाम में फीमेल होने की खुशबू आती है। वो अपना सेक्स फेसबुक पर बयाँ करती भी नहीं हैं। उनकी फ्रेंड सूची में अपोजिट सेक्स वालों यानी मेल की जमात लगी हुई है। वो हाल फिलहाल में पूरे संसदीय क्षेत्र के वोट लेने की हैसियत रखती हैं। उनके फॉलोवर्स की संख्या फ्रेंड लिस्ट में समाहित होने की चौहद्दी को पार कर गयी है। लेकिन लोग उन्हें कन्फर्म फ्रेंड रिक्वेस्ट करके अप्रूवल करवाने के चक्कर में अपनी जवानी निकाल देते हैं। पूरे दिन उनकी एक शब्द के पोस्ट "हाय" पर हजारों कमेंट भर जाते हैं। 
लोग उनकी फेसबुक प्रोफाइल पर लगे बच्चों और देवियों की फोटो को स्कैन करके देखते हैं। और उनकी पीछे के हिस्से जिसमें उनके बाल चेहरे को ढंकें होते हैं। फ़ोटो डालते ही वायरल हो जाता है। पता नहीं आखिर इस फेसबुक प्रोफ़ाइल को हैंडल करने वाला शायद मेल हो या फिर रोबोट भी हो सकता है, लेकिन विश्वास और अटूट श्रद्धा के चक्कर में लोग मेसेज करते हैं उनसे चैट करने की कोशिश करते हैं। उन्हें लुभाने के चक्कर में वे ऐसे कई समूह में शामिल हो जाते हैं जहाँ पैसे कमाने के लिए आसानी होती है बस उन्हें शारीरिक व्यायाम के नुख्से बताये जाते हैं। 

अभी हाल फिलहाल में अगर उनकी पोस्ट में गाली भी लिखी हो तो पर सेकेंड में 100 लाईक आ ही जायेंगे। और आप हैं ही समझदार तभी उन्हें लाईक देने का आप अपना अमूल्य समय निकाल ही लेते हैं। ये आभासी दुनिया है ही। हां साहित्यिक भाषा में इसे ऐसे कह सकते हैं कि झूठ में जीने की कला हम सबमें है। सच स्वीकार कर लें तो हार जाएंगे न। और तो और अगर कल्पना में किसी से प्रेम कर लें तो अलग ही मजा है। तो लाईक करते रहिये। कमेंट करने का सिलसिला बढ़ाइए। ढूंढ़-ढूंढ़ के उनकी पोस्ट पर कमेंट कीजिये।

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